अनुनाद (RESONANCE) प्रभाव:
जब किसी molecule के सभी प्रेक्षीत गुणों की व्याख्या एक ही सहसंयोजक बंध सूत्र से नहीं किया जा सकता तब molecule के विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक संरचनाओं से उसके अधिकांश गुणों की व्याख्या की जाती है।इन संरचनाओं को अनुनादी या canonical structure कहते है। इनमें से कोई भी एक संरचना उस यौगिक को पूर्ण रूप से व्यक्त नहीं करती है।यौगिक की वास्तविक संरचना कई अनुनाद संरचना से मिलकर बनी संरचना जिसे अनुनाद संकर(Resonance Hybrid) कहते है, पर निर्भर करती है। इस घटना या संकल्पना को अनुनाद (Resonance) कहते है।
Benzene mein Resonance:
Resonance in Benzene |
चित्र में benzene में अनुनाद को दिखाया गया है। First और second अनुनाद संरचना है।तथा benzene ki hybrid structure को भी दिखाया गया है। Benzene ring के सारे गुण अनुनाद संकर पर निर्भर करता है।
Resonance in carbonate ion |
चित्र में कार्बोनेट आयन की अनुनाद संरचना को दिखाया गया है।
सिग्मा बंध के ऑक्सीजन के नेगेटिव चार्ज सिग्मा बंध में उतरता है तथा पाई बंध के इलेक्ट्रॉन ऑक्सीजन की तरफ शिफ्ट हो जाते है।इस तरह कार्बोनेट आयन की तीन अनुनाद संरचना बनती है तथा कार्बोनेट आयन की सारी गुण अनुनाद संकर पर निर्भर करता है।
अतः resonance को अन्य प्रकार से भी defined किया जा सकता है:
"एक ऐसा अंतरा आण्विक संकल्पना जिसमें यौगिक या अणु में पाई बंध के इलेक्ट्रॉन का विस्थापन या शिफ्ट होता है,अनुनाद कहलाता है।"
Resonance एक hypothetical phenomenon हैं तथा resonating structures काल्पनिक होते है।
लेकिन अनुनाद संकर संरचना वास्तविक होते है।
यह सभी resonating structure के combination होता है।
Resonance के लिए कंडीशंस:
यौगिक या अणु conjugated होना चाहिए।
Conjugation कई प्रकार के होते है जो यौगिक के ऊर्जा को कम करके यौगिक को स्थायित्व प्रदान करते है।जैसे कि: 1.PI(π) sigma, vacant orbital (+) conjugation.
2.π,sigmaa,lone pair conjugation
3.π sigma π conjugation
4.π sigma free radicals conjugation
5.lone pair,sigma,vacant orbital conjugation
1.π sigma,vacant orbital (+) conjugation:
π,sigmaa vacant orbital conjugation |
चित्र में पाई बंध के इलेक्ट्रॉन सिग्मा बंध में उतरता है या शिफ्ट होता है जिससे दूसरे कार्बन की धनात्मक चार्ज ख़तम हो जाती है लेकिन पहले कार्बन पर धनात्मक चार्ज उत्पन्न हो जाती है।
पाई बंध सिग्मा बंध खाली कक्षक conjugation |
चित्र में पाई सिग्मा बंध खाली कक्षक conjugation को दिखाया गया है।पाई बंध के इलेक्ट्रॉन सिग्मा बंध में शिफ्ट होते है जिससे पहले कार्बन का धनात्मक चार्ज ख़तम हो जाता है तथा दूसरे कार्बन पर धनात्मक चार्ज आ जाता है।यह प्रक्रिया पूरी ring में चलती है।
Question:
उपरोक्त उदाहरण तथा नीचे दिए गए चित्र(benzene chloroniyam ion) कोई neucleophile कहा आक्रमण करेगा?
ANS:
Neucleophile, nucleus (positive density) kaa lover hota hai... nucleophile ko positive density ki jaroorat hoti hai..so nucleophile positive centre(ortho,Para) position पर आक्रमण करेगा।
Chloroniyam ion mein Pi,sigma, vacant orbital conjugation |
Question:anilinium ion की अनुनाद संरचना कितनी होगी?
A..4
B..6
C..8
D..0
ANS: D..0
Anilinium ion की शून्य अनुनाद संरचना होती है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अनुनाद संरचना बनाने पर नाइट्रोजन की 5 बंध हो जाती है जो संभव नहीं है क्योंकि नाइट्रोजन कभी 5 बंध नहींबनाता है। नाइट्रोजन की अधिकतम valency 4 हो सकती है ।
Anilinium ion की अनुनाद संरचना |
2. पाई बंध,सिग्मा, एकांकी युग्म(lone pair) conjugation:
यह conjugation, alternative पाई बंध,सिग्मा तथा एकांकी युग्म (lone pair of electrons) के बीच होता है।
इसमें एकांकी युग्म के इलेक्ट्रॉन सिग्मा बंध में उतरते है जिससे पाई बंध के इलेक्ट्रॉन शिफ्ट हो जाते है।
पाई, सिग्मा,एकांकी युग्म conjugation |
Pi,sigma,lone pair conjugation |
Question: anyline में electrophile कहा आक्रमण करेगा?
ANS: aniline में electrophile Ortho And Para position पर आक्रमण करेगा क्योंकि Ortho और para position पर इलेक्ट्रॉन घनत्व अधिक होता है।
π,sigmA,lone pair conjugation |
इन सबके अलावा π,sigma,free radicals,π sigma π conjugation भी होता है। जैसे
Thaku
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ReplyDeleteWell
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