Wednesday, 26 June 2019

Electronegativity। Electronegativity IIT NEET। Electronegativity in hindi। Factors affecting Electronegativity। Application of electronegativity

Electronegativity:

किसी covalent बंध के इलेक्ट्रॉन को अपने तरफ आकर्षित करना electronegativity कहलाता है। जो परमाणु ज्यादा विद्युत ऋणात्मक होते है वे covalent बंध के इलेक्ट्रॉन को अपने तरफ आकर्षित करते है जिससे बंध में आंशिक आवेश उत्पन्न हो जाता है।जो परमाणु अपने तरफ इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करते है उस पर आंशिक negative charge उत्पन्न हो जाता है।
जैसे H-Cl एक covalent बंध है जिसमें chlorine jyada electronegativity परमाणु है।अतः chlorine बंध के इलेक्ट्रॉन को अपनी तरफ आकर्षित करते है जिससे इसमें आंशिक आवेश उत्पन्न हो जाता है।

Factors affecting Electronegativity;

1.Atomic Size;

परमाणु का आकार छोटा होने पर उसकी Electronegativity अधिक होती है क्योंकि आकार छोटा होने पर उसमें आवेश बहुत ज्यादा और पास पास होते है जिससे उसकी इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है।
परमाणु का आकार बड़ा होने पर उसमें कोशो की संख्या बढ़ जाती है जिससे नाभिक और बाह्य कोश की दूरी बढ़ जाती है जिससे इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करने की क्षमता कम हो जाती है अर्थात electronegativity कम हो जाती है।

Nuclear Charge;

Kisi परमाणु में जितना ज्यादा नाभिकीय आवेश होता है उसकी विद्युत ऋणात्मकता उतनी अधिक होती है क्योंकि किसी परमाणु में नाभिकीय आवेश अधिक होने पर उसकी इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करने की प्रवृत्ति बढ़ जाती है जिससे electronegativity बढ़ जाती है।

3. Charge on Cation;

किसी परमाणु में जितना ज्यादा धनात्मक आवेश होता है उसकी इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करने की क्षमता उतनी अधिक होती है। जैसे Mn^2+, Mn^4+ में Mn^4+ की विद्युत ऋणात्मकता अधिक होती है।

4. Charge on Anion; 

Kisi परमाणु में जितना ज्यादा ऋणायन होता है उसकी इलेक्ट्रॉन को आकर्षित करने की क्षमता उतनी कम होती है क्योंकि नेगेटिव आवेश अधिक होने का मतलब उसमे इलेक्ट्रॉन की संख्या अधिक होना है।इलेक्ट्रॉन अधिक होने पर वह इलेक्ट्रॉन को आकर्षित नहीं कर पाता क्योंकि इलेक्ट्रॉन इलेक्ट्रॉन में repulsion होता है।जैसे O^-, O^2-, O^3- में O^3- की electronegativity सबसे कम होती है क्योंकि इसमें नेगेटिव चार्ज अधिक है। तथा O- की electronegativity इनमें अधिक है।

Hybridisation;

Hybridisation mein electronegativity के क्रम SP>SP2>SP3 Hoti है क्योंकि SP hybridisation mein percentage S character अधिक होती है तथा s कक्षक नाभिक के बहुत पास होता है जिससे electronegativity बढ़ जाती है।

Variation in periodic table;

In Period;

आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर नाभिकीय आवेश बढ़ती है जिससे नाभिक बाह्य इलेक्ट्रॉन को आसानी से आकर्षित करती है जिससे electronegativity बढ़ती है।
Fluorine सर्वाधिक electronegativity atom है।
आवर्त में inert gases के electronegativity बहुत कम होती है।

Down a group;

समूह में ऊपर से नीचे जाने पर परमाणु का आकार बढ़ता है,जिससे नाभिक बाह्य इलेक्ट्रॉन को आसानी से आकर्षित नहीं कर पाता जिससे electronegativity कम होती जाती है।
Cesium ki electronegativity सबसे कम होती है। 
Electronegativity Ka क्रम  F>O>N>Cl>Br>I>S>C>P>H होता है फ्लोरीन की लगभग 4,oxygen: 3.5, Nitrogen: 3.0, Chlorine:3.0, Br; 2.8, I: 2.5, S:2.5 C;2.5, P:3.1, H; 2.1.

Question: F,Cl,O,N को electronegativity के क्रम में व्यवस्थित कीजिए।

 Ans; F>O>N>Cl 
Fluorine chlorine, oxygen एक ही आवर्त के तत्व है तथा आवर्त में बाएं से दाएं जाने पर electronegativity बढ़ती है।जिससे फ्लोरीन की electronegativity सबसे अधिक हैं।chlorine समूह में नीचे आता है जिससे इसकी electronegativity Kam Hoti है।

Question; Bi,P,S,Cl को electronegativity के बढ़ते क्रम में व्यवस्थित कीजिए।
Ans;  Bi<P<S<Cl
क्योंकि chlorine और sulphur phosphorus ek hi आवर्त के तत्व है तथा आवर्त में electronegativity बढ़ती है।जबकि bismuth बहुत नीचे आता है समूह में जिससे electronegativity Kam Hoti है।

Application of electronegativity;

Bond Strength;

 Jin परमाणु के बीच electronegativity के अंतर ज्यादा होता है उनकी बंध शक्ति अधिक होती है,उस बंध को तोड़ना आसान नहीं होता बहुत ऊर्जा  की आवश्यकता होती है।
जैसे H-F>H-Cl>H-Br>H-I क्योंकि HF ki बंध शक्ति सबसे अधिक होती है क्योंकि इनकी electronegativity difference jyada Hoti है। F ki Electronegativity 4.0 तथा hydrogen ki electronegativity 2.1 Hoti है जिससे अंतर 1.9 का होता है।

Thaaanks for reading 🙏🙏🙏 students 🤗🤗 keep teaching and keep goimg ahead.


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